
Note: This post has been written by a WazirX Warrior as a part of the “WazirX Warrior program.”
पिछले कुछ वर्षो से हर क्षेत्र में ब्लॉकचेन की उपयोगिता को महसूस किया जाने लगा है क्योंकि ब्लॉकचेन पर दर्ज की जाने वाली जानकारी सुरक्षित होती है, इस से छेड़छाड़ नहीं की जा सकती और इसे कहीं से भी संचालित किया जा सकता है। विकेन्द्रीयकृत ब्लॉकचेन को बिटकॉइन ने बाजार में पेश किया जहां पर बिटकॉइन के हर लेनदेन को ब्लॉकचेन पर दर्ज किया जाता है और हर दस मिनट में एक ब्लॉक में यह सारे ट्रांजेक्शन दर्ज हो जाते है और फिर नया ब्लॉक बन जाता है।
किसी भी क्रिप्टो प्रोजेक्ट में उसकी ब्लॉकचेन सबसे ज्यादा मुख्य भूमिका निभाती है और आज हर एक क्रिप्टो प्रोजेक्ट इस दिशा में काम कर रहा है की उनकी ब्लॉकचेन सबसे ज्यादा तेज़ काम कैसे करे और हर सेकंड में सबसे ज्यादा ट्रांजेक्शन दे। किसी ब्लॉकचेन के बारे में बात करते हुए “ट्रांजेक्शन प्रति सेकंड’ TPS से अभिप्राय है की एक ब्लॉकचेन नेटवर्क पर हर एक सेकंड में कितने ट्रांजेक्शन को सफलतापूर्वक पूरा किया जा सकता है? इसे एक आसान उदहारण से समझा जा सकता है – हम सभी आजकल लेनदेन के लिए डेबिट कार्ड या गूगल पे का इस्तेमाल करते हैं। कार्ड द्वारा पेमेंट की सेवा देने वाली कम्पनी वीज़ा कार्ड से आज सारी दुनिया में लेनदेन की सेवा दी जाती है और इससे हर सेकंड दुनिया में हज़ारो-लाखों लोग पेमेंट देते हैं, ऐसे में इसके नेटवर्क का तेज़ होना जरुरी है यानि की हर सेकंड लेनदेन तेज़ी से पूरे होने जरुरी है। अगर नेटवर्क तेज़ नहीं होगा तो ट्रंज़क्शन तेज़ी से पूरा नहीं किया जा सकेगा और नेटवर्क विफल हो जाएगा। धीरे धीरे क्रिप्टो ब्लॉकचेन पर भी लेनदेन ज्यादा होने शुरू हो गए हैं और ऐसे में ब्लॉकचेन नेटवर्क पर ट्रांजेक्शन का बहुत तेज़ होना जरुरी होता जा रहा है अगर हम सही तरीके से सारी दुनिया को क्रिप्टो की सेवा देना चाहते हैं।
बिटकॉइन नेटवर्क की बात करें तो इस पर हर सेकंड में पांच ट्रांजेक्शन होती है और एथेरियम नेटवर्क इससे दोगुना तेज़ है। एथेरियम अभी अपने नेटवर्क को एथेरियम टू के द्वारा प्रूफ ऑफ़ स्टेक पर ला रहा है और इसके बाद एथेरियम नेटवर्क पर भी ट्रांजेक्शन पर सेकंड TPS बहुत तेज़ हो जाएंगे और इसकी जरुरत भी है क्योंकि एथेरियम नेटवर्क सबसे ज्यादा व्यस्त क्रिप्टो ब्लॉकचेन नेटवर्क है। बिटकॉइन ब्लॉकचेन पर किसी तरह का कोई बदलाव नहीं किया जा सकता लेकिन एथेरियम या बाकि ब्लॉकचेन पर कुछ बदलाव संभव हैं। आज ब्लॉकचेन नेटवर्क पर ट्रांजेक्शन प्रति सेकंड को बढ़ाने के लिए कई तरीके से काम हो रहा है जिसमे सबसे पहले बात करें तो लेयर टू समाधान या साइड चेन है। लेयर टू समाधान या साइड चेन किसी दूसरी ब्लॉकचेन पर होने वाली ट्रांजेक्शन को साइड चेन पर परिवर्तित कर देती है और ट्रांजेक्शन को पूरा करने के बाद इसकी प्रविष्टियों को पुनः मुख्य ब्लॉकचेन पर डाल देती है। मैटिक नेटवर्क इसी तरह का समाधान एथेरियम नेटवर्क को दे रहा है जहां पर एथेरियम नेटवर्क की ट्रांजेक्शन को मैटिक नेटवर्क पर ले जाया जा सकता है और ट्रांजेक्शन को बहुत तेज गति से पूरा किया जा सकता है। मैटिक नेटवर्क पर प्रति सेकंड ७२०० ट्रांजेक्शन की जा सकती है साथ ही इसकी ट्रांजेक्शन फीस भी बहुत कम है। पोल्काडॉट नेटवर्क भी ब्लॉकचेन नेटवर्क पर होने वाली ट्रांजेक्शन को तेज करने की दिशा में बहुत बेहतर काम कर रहा है।बाइनेन्सचेन की ट्रांजेक्शन भी प्रति सेकंड बहुत तेज़ है और ट्रोन नेटवर्क भी काफी तेज़ है।
इसके अलावा जो नए ब्लॉकचेन नेटवर्क आ रहे हैं वह पहले से ही इस दिशा में काम कर रहे हैं की आने वाले समय में उनके नेटवर्क पर प्रति सेकंड सबसे ज्यादा ट्रांजेक्शन हों। इसका कारण है क्रिप्टो की दुनिया में बढ़ता हुआ रुझान, क्योंकि आज हर एक व्यक्ति जल्द से जल्द अपने लेनदेन को सुरक्षित तरीके से पूरा करना चाहता है और इसके लिए जरुरत हैं तेज़ नेटवर्क की जहां पर हर सेकंड ज्यादा से ज्यादा ट्रांजेक्शन को पूरा किया जा सके। आने वाले समय में और तेज़ नेटवर्क की जरुरत पड़ने वाली है क्योंकि जैसे जैसे लोग क्रिप्टो के महत्व को समझना शुरू करेंगे वैसे क्रिप्टो ब्लॉकचेन नेटवर्क पर ट्रांजेक्शन का भार बढ़ता जाएगा और ऐसे में उपभोक्ताओं का रुझान और विश्वास उसी नेटवर्क पर होगा जो कम से कम समय में ज्यादा से ज्यादा ट्रांजेक्शन को पूरा कर पाएगा।
WazirX Warrior – CryptoNewsHindi

One Comment